Capgemini ने WNS को 3.3 अरब डॉलर में खरीदा, फोकस रहेगा AI तकनीक पर

Capgemini ने WNS को 3.3 अरब डॉलर में खरीदा, फोकस रहेगा AI तकनीक पर

Capgemini और SAP ने मिलाया हाथ Mistral के साथ! जानिए कैसे ये तिकड़ी अब डिफेंस, बैंकिंग और सरकारी सेक्टर में ला रही है AI की सीक्रेट पावर – पूरी डिटेल्स चौंका देंगी!

Capgemini-WNS डील का असली मकसद क्या है?

Capgemini ने भारत की जानी-मानी आउटसोर्सिंग कंपनी WNS को 3.3 बिलियन डॉलर में खरीदा है। यह डील सिर्फ आउटसोर्सिंग नहीं बल्कि AI आधारित कंसल्टिंग सर्विस को बढ़ाने के लिए की गई है।

Capgemini अब WNS की मदद से कंपनियों को सिखाएगा:

  • AI का इस्तेमाल कर बिज़नेस को स्मार्ट और तेज़ कैसे बनाएं
  • Agentic AI से रोज़मर्रा के दोहराए जाने वाले कामों को ऑटोमेट कैसे करें
  • Generative AI की मदद से क्लाइंट एक्सपीरियंस को बेहतर कैसे बनाएं

खास जानकारी: Capgemini अब BFSI (बैंकिंग और फाइनेंशियल सर्विसेज) और हेल्थकेयर सेक्टर में अपनी मौजूदगी बढ़ाने की तैयारी में है, जहां WNS पहले से मज़बूत पकड़ रखता है।

भारत में कैसे बदलेगा Capgemini का रोल?

इस डील के बाद भारत, Capgemini के लिए एक AI और डेटा एनालिटिक्स का ग्लोबल सेंटर बन सकता है।

  • WNS के ऑफिस मुंबई, पुणे और नोएडा जैसे शहरों में पहले से मौजूद हैं।
  • Capgemini पहले से भारत में 1.5 लाख से ज्यादा कर्मचारी रखती है, जो अब बढ़कर 2 लाख तक पहुंच सकते हैं।
  • WNS की डोमेन एक्सपर्टाइज और Capgemini की AI टेक्नोलॉजी मिलकर नया डिजिटल इकोसिस्टम बनाएंगी।

खास जानकारी: Capgemini जल्द ही भारत में अपना नया AI सेंटर शुरू कर सकता है।

WNS के टॉप क्लाइंट्स अब Capgemini के साथ

इस डील से Capgemini को WNS के कुछ टॉप इंटरनेशनल क्लाइंट्स के साथ काम करने का फायदा मिलेगा:

  • Coca-Cola – मार्केटिंग और सप्लाई चेन एनालिटिक्स
  • T-Mobile – कस्टमर सपोर्ट सेवाएं
  • United Airlines – ट्रैवल और डेटा एनालिटिक्स

यह क्लाइंट नेटवर्क Capgemini को अमेरिकन मार्केट में नई डील्स हासिल करने में मदद करेगा।

डील का आर्थिक असर: सिर्फ आंकड़े नहीं, रणनीति भी

Capgemini का कहना है कि यह डील उनके मुनाफे और ग्रोथ पर सीधा असर डालेगी:

  • 2026 तक EPS (Earnings Per Share) में 4% तक बढ़ोतरी
  • 2027 तक EPS में 7% की ग्रोथ, जब दोनों कंपनियों की टेक्नोलॉजी और टीम मिलकर काम करेंगी

इससे Capgemini की अमेरिका में हिस्सेदारी 30% से बढ़कर 40% तक हो सकती है।

इनसाइड न्यूज़: Capgemini इस डील को 2024 की चौथी तिमाही (Q4) तक पूरा करने का लक्ष्य लेकर चल रही है।

निष्कर्ष: Capgemini की अगली चाल क्या हो सकती है?

Capgemini-WNS डील सिर्फ एक टेक डील नहीं है, यह एक AI-ड्रिवन बिज़नेस ट्रांसफॉर्मेशन की शुरुआत है। भारत इस नई यात्रा में Capgemini का टेक्नोलॉजी हब बन सकता है।

Capgemini अब दुनिया की टॉप AI कंसल्टिंग कंपनियों में शामिल होने की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहा है।

आपकी राय क्या है?
क्या आप IT, BPO या AI इंडस्ट्री से जुड़े हैं?
आपके करियर या बिज़नेस पर इस डील का क्या असर हो सकता है? नीचे कमेंट में अपनी राय ज़रूर शेयर करें।

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